पूर्व इमाम व खतीब चटनी मौहल्ला मस्जिद, मुंबई - 4
संस्थापक मदरसा अरबिया जामिया राशिदिया, मलकपुर, बुलंदशहर
हर एक मुसलमान, मर्द और औरत जो मुसाफिर न हो, जिस के पास कुर्बानी के दिनों में कर्ज काट ने के बाद बक़दरे निसाब (87g सोना या 612g चांदी) या 612g चांदी की कीमत का कोई माल हो, रुपए पैसे या कोई और चीज, जो बुनियादी जरूरत से ज्यादा और फालतू हो, उस पर कुर्बानी वाजिब है।
तकबीरे
तशरीक: 9 जिल हिज्जह की फ़जर से तकबीरे
तशरीक हर उस मुसलमान पर वाजिब है जिस पर पाँच वक्त की नमाज़ फ़र्ज़ है चाहे मर्द हो
या औरत, मुकीम (निवासी) हो या मुसाफिर। मर्द बुलंद आवाज से पढ़ें, औरतें आहिस्ता।
ये तकबीरें 13 जिल हिज्जह की असर तक पढ़ी जाएं सिर्फ एक बार पढ़ना वाजिब है।
اَللهُ اَكْبَرُ اَللهُ اَكْبَرُ لآ اِلٰهَ
اِلَّا اللهُ وَاللهُ اَكْبَرُ اَللهُ اَكْبَرُ وَلِلّٰهِ الْحَمْدُ